आज हम हर काम को दुसरो पर टालते हुए उदासीनता की ओर अग्रसर हो रहे है हमे ये उदासीनता त्याग कर तत्परता की ओर अग्रसर होना होगा । मैयहाँ कोई उपदेश नहीं देना चाहता हु बल्कि मै तो ये छठा हु की हमारे देश का हर नागरिक अपनी नैतिक जिम्मेदारी को समझे ओर देश की प्रगति में अपना योगदान दे । यहाँ हमे अपने व्यक्तिगत स्वार्थ को छोड़ कर राष्ट्र हित की बात करनी चाहिए । हमे ये मालुम होना चाहिए की कौन सी बात हमारे लिए ओर हमारे देश के लिए अहितकर साबित हो सकती है । हम कुछ छोटी छोटी बातो का ध्यान रखना होगा ये बाते इस प्रकार है । अपना टेक्स सही पूरा ओर सही समय पर भरे, अफवाहों की ओर ध्यान न दे, अपनी नैतिक जिम्मेदारियों को समझे, अपने अधिकारों के प्रति सजग रहे । तो आज मेरे साथ आप लोग कसम खाओ की आज से हम एक जिम्मेदार नागरिक के कर्तव्यों का पालन करेंगे और देश की प्रगति में अपना योगदान देंगे ।
धन्यवाद
भारत का एक जिम्मेदार नागरिक
विवेक शुक्ल
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